UP चुनाव 2022 में भाजपा को तगड़ी टक्कर अखिलेश यादव ही दे रहे हैं। जब भी मुखातिब होते हैं… तेवर में होते हैं। सधे शब्दों में ही बोलते हैं और लोगों को बांधते भी हैं। उन्हें लोगों ने हमेशा धाराप्रवाह बोलते सुना और देखा है। हालांकि, UP चुनाव के पहले चरण का प्रचार थमने के साथ ही अखिलेश के शपथपत्र पढ़ने के दौरान अटकने का वाकया भी हुआ।
अखिलेश ने अपने शपथपत्र को सत्यवचन ‘अटूट वादा’ नाम दिया है। इन सत्यवचनों को पढ़ने में अखिलेश ने 41 मिनट का समय लिया और कुल 51 बार अटके। आलम यह था कि शुरूआत के 22 बिंदु पढ़ने में ही 13 गलतियां की। हिंदी और अंग्रेजी भाषा के कई शब्द ठीक से नहीं पढ़ सके। कई शब्द तो गलत ही बोल दिए। संसद में लोगों ने कन्नौज की सांसद डिंपल यादव को भाषण पढ़ने के दौरान अटकते देखा है, लेकिन अखिलेश के साथ शायद ये पहला ही वाकया था। वह घोषणापत्र को ठीक से पढ़ नहीं सके।
यहां आपको अखिलेश यादव की एजुकेशन के बारे में भी बताते हैं। धौलपुर के मिलिट्री स्कूल से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट किया। फिर मैसूर यूनिवर्सिटी से पर्यावरण प्रौद्योगिकी में ग्रेजुएशन किया। फिर वह ऑस्ट्रेलिया गए। सिडनी यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। भारत वापस लौटकर उन्होंने पॉलिटिक्स में कदम रखा। सपा के लिए चुनाव में प्रचार की कमान अखिलेश के हाथ ही रही। लोगों को शब्दों से बांधने की कला में वो माहिर माने जाते हैं। बावजूद इसके मंगलवार को शपथपत्र पढ़ते हुए वो अटकते और फंसते ही रहे।
आइए आपको बताते हैं कि अखिलेश ‘सत्यवचन ‘को पढ़ने के दौरान किन शब्दों को ठीक से नहीं पढ़ सके…
- शुरुआत में किसानों को कर्ज मुक्त बनाने का वादा करते हुए 2025 कहने में ही अटक गए।
- दो पहिया वाहन मालिकों को पेट्रोल देने की घोषणा में ‘को’ की जगह की बोल गए।
- शिक्षा मित्र वाले बिंदु पर पारिश्रमिक की जगह परिश्रमण…परिश्रमायिक बोल गए।
- यहां तक कि मौजूद बोलने में भी अटके, फिर संभलकर बोले।
- इन्वेस्टिगेशन को इन्वेस्ट फिर इन्वेस्टिगेशन बोला।
- सेंट्रल फैसिलिटेशन को फेसिली…फेसिलेशन कहा।
- असंगठित को असखंड कह गए।
- स्मार्ट विलेज क्लस्टर बोलने में अटके, पहले क्लस…फिर क्लसर और आखिर में क्लस्टर बोला।
- इसके बाद एग्रो टेक वाले बिंदु में इनोवेशन इन्वेस्टिगेशन बोलने वाले थे, लेकिन रुके, फिर ठीक से पढ़ने के बाद बोला।
- प्रोत्साहित के लिए प्रतोसा..प्रतासिह… फिर प्रोत्साहित कहा।
- CNG कहने के दौरान पहले अटके, फिर ठीक से पढ़कर बोला।
- बैंक डिसप्ले मार्ट बोलने में अटके।
- ई-कॉमर्स सपोर्ट सिस्टम बोलने में भी अटके।
- क्लीन ड्रिंकिंग वाटर मिशन बोलने में भी अटके।
- प्रदूषण की समस्या के निवा… फिर निवारण के लिए कहा।
- एमिनेंस स्कीम बोलने में भी अटके थे।
- गरीबी रेखा को गरीब रेखा बोला।
- परिवार जनों को परिवजनो बोला।
- रक्त संबंधियों बोलने में रुके थे।
- कृषि भूमि का हस्तांतरण नहीं बोल पाए। पहले हस्तां फिर हस्तांतरण बोला।